अस्टिन शहर के टेक्सास विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों नें होमलैंड सिक्योरिटी विभाग को चुनौती देते हुए एक ड्रोन को हवा में ही हाइजैक कर लिया। इसके लिए उन्होने स्पूफिंग नामक तकनीक का इस्तेमाल किया। स्पूफिंग तकनीक में हैकरों के द्वारा भेजे जाने वाले सिग्नल ऐसे प्रतीत होते हैं मानों वह ड्रोन के जीपीएस से भेजे गये हों। शोधकर्ताओं को स्पूफिंग डिवाइस बनाने में $1000 डॉलर का खर्च आया। इस प्रकार शोधकर्ताओं नें यह साबित कर दिया कि ड्रोन हाइजैक किए जा सकते हैं। उन्होनें कहा कि भविष्य में ड्रोनों का इस्तेमाल बढेगा अत: स्पूफिंग के असर को रोकने वाली तकनीक विकसित करनी होगी।
टेक्सास के विद्यार्थियों नें अमरीकी ड्रोन को हवा में ही हाइजैक किया | अंतर्जाल डॉट इन…
अस्टिन शहर के टेक्सास विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों नें होमलैंड सिक्योरिटी विभाग को चुनौती देते हुए एक ड्रोन को हवा में ही हाइजैक कर लिया। इसके लिए उन्होने स्पूफिंग नामक तकनीक का इस्तेमाल किया।…