हमारे विंडोज आधारित कम्प्यूटर में टास्क शेड्यूलर नामक एक प्रोग्राम होता है। इस प्रोग्राम की सहायता से विंडोज किसी समय अथवा परिस्थिति विशेष में किन्ही आदेशों अथवा प्रोग्रामों का क्रियान्वयन करता है। उदाहरण के लिए स्वचालित रूप से डिस्क डिफ्रैग करना, बैक अप लेना इत्यादि।
विंडोज टास्क शेड्यूलर को चालू करने के लिए स्टार्ट में क्लिक करके Task Scheduler लिखें। यह आपको इस प्रकार से दिखाई देगा। उसमें क्लिक करें और वह चालू हो जाएगा।
जैसा कि आप देख पाएंगे कि विंडोज टास्क शेड्यूलर में कई फोल्डर दिखाई पड़ रहे हैं। वास्तव में विंडोज भिन्न भिन्न किस्म के कार्यों को इन्ही फोल्डरों में वर्गीकृत करके व्यवस्थित करता है। यहां हम उदाहरण के लिए Microsoft >> Windows >> Defrag में जाएंगे। यहां हमें एक कार्य दिखाई दे रहा है, जो कि एक निश्चित समय में आरंभ होगा।
इसमें डबल क्लिक करके जब हम देखेंगे तो हमें इससे संबंधित कई जानकारियां दिखेंगी। मसलन यह किस उपयोगकर्ता के लिए चलना चाहिए? विवरण आदि। इसमें ट्रिगर टैब से हम यह निर्धारित कर सकते हैं कि अमुक “टास्क” कब चालू हो।
एक्शन्स टैब से हम यह निर्धारित कर सकते हैं कि अमुक टास्क के लिए कौन सा प्रोग्राम/आदेश क्रियान्वित होना चाहिए।
साथ ही “कंडीशन्स” टैब में जाकर हम यह भी तय कर सकते हैं कि यह कार्य किन परिस्थितियों में चले। उदाहरण के लिए यदि आप कम्प्यूटर पर कार्य कर रहे हों तो डिफ्रैगमेंट की प्रक्रिया नही होनी चाहिए। यह तभी आरंभ हो जब आप कम्प्यूटर पर कोई कार्य न कर रहे हों।
विंडोज टास्क मैनेजर का प्रयोग केवल विंडोज ही नही बल्कि अन्य कंपनियों द्वारा निर्मित प्रोग्राम भी करते हैं। और तो और आप स्वयं की भी “टास्क” बना सकते हैं इस प्रोग्राम के जरिए। इसके लिए आपको बाईं ओर वाले पैनल में दाहिना क्लिक करके Create Task में क्लिक करना होगा। कुछ प्रोग्राम टास्क शेड्यूलर का प्रयोग नही करते हैं वे समय/परिस्थिति विशेष में किसी कार्य को सम्पन्न कराने केलिए स्वयं का कोई प्रोग्राम पृष्ठ भूमि में चलाते हैं। उदाहरण के लिए जावा, टास्क शेड्यूलर का प्रयोग करने के स्थान पर jusched.exe प्रोग्राम को पृष्ठभूमि में चलाता है।