अब जीनोम का सर्च इंजन होगा डक-डक-गो

Ankur Gupta
Ankur Guptahttps://antarjaal.in
पेशे से वेब डेवेलपर, पिछले १० से अधिक वर्षों का वेबसाइटें और वेब एप्लिकेशनों के निर्माण का अनुभव। वर्तमान में ईपेपर सीएमएस क्लाउड (सॉफ्टवेयर एज सर्विस आधारित उत्पाद) का विकास और संचालन कर रहे हैं। कम्प्यूटर और तकनीक के विषय में खास रुचि। लम्बे समय तक ब्लॉगर प्लेटफॉर्म पर लिखते रहे. फिर अपना खुद का पोर्टल आरम्भ किया जो की अन्तर्जाल डॉट इन के रूप में आपके सामने है.

समाचार है कि जीनोम परियोजना नें अपने मुख्य सर्च इंजन को गूगल से बदलकर डक डक गो कर लिया है। जीनोम के आगामी संस्करणों में सामान्य अवस्था में डक डक गो सर्च इंजन के रूप में रहेगा। बताया जा रहा है कि इसके तीन प्रमुख कारण हैं:

गोपनीयता: गूगल के विपरीत डक डक गो उपयोगकर्ताओं से संबंधित जानकारियां एकत्रित नही करता है।

आर्थिक हिस्सेदारी: डक डक गो नें जीनोम को प्रस्ताव दिया है कि खोजों से मिलने वाले आर्थिक लाभ का एक हिस्सा वह जीनोम परियोजना को देगा। इसलिए जीनोम के लिए भी यह लाभ का सौदा है।

ये बढ़िया है: यद्यपि डक डक गो उपयोगकर्ताओं की जानकारियां एकत्रित करके उन्हे खोज परिणाम नही देता इसके बावजूद भी जांच करने पर पाया गया कि इसके खोज परिणाम ठीक रहते हैं। साथ ही इसमें खोज करने के लिए !bang सिंटेक्स की व्यवस्था भी है। यानि कि यदि आप केवल विकीपीडिया में खोज करना चाहें तो w! <keyword> का प्रयोग कर सकते हैं।

हलांकि  डक डक गो को एक सीमित समय के लिए ही जीनोम का सर्च इंजन बनाया गया है। इसके बाद इसके प्रभाव की पुन: जांच होगी। यद्यपि जो भी उपयोगकर्ता चाहेंगे वे अपने सर्च इंजन को बदल भी सकेंगे।

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