८ अप्रैल २०१४ को विंडोज एक्सपी के जारी होने के ठीक साढे बारह वर्ष बाद माइक्रोसॉफ्ट विंडोज एक्सपी के लिए दी जाने वाली सारी सहायता यानि कि सिक्योरिटी अपडेट, बग फिक्स आदि देना बंद करने जा रहा है। तो इसका आपके लिए क्या अर्थ है? आइए जानते हैं।
“मेनस्ट्रीम सपोर्ट” को माइक्रोसॉफ्ट नें २००९ में ही बंद कर दिया था। पर “एक्सटेंडेड सपोर्ट” जारी था। अर्थात, २००९ से केवल सिक्योरिटी अपडेट ही जारी किए जाते थे। बाकी सब बंद। २०१४ से अब वह भी बंद हो जाएगा। इसका मतलब यह नही है कि आप विंडोज एक्सपी को प्रयोग नही कर पाएंगे। बिल्कुल कर पाएंगे। और पुराने अपडेट भी डाउनलोड कर पाएंगे। किन्तु विंडोज एक्सपी में पाई गई नई कमजोरियों को ठीक नही किया जाएगा और आपका कम्प्यूटर हैकरो, कम्प्यूटर विषाणुओं का आसान शिकार बन जाएगा।
तो आपको क्या करना चाहिए?
सबसे बढ़िया सलाह तो होगी कि आप विंडोज ७ में अपग्रेड कर लें। विंडोज ८ में भी कर सकते हैं पर यह अभी विवादित संस्करण है।
या फिर लिनक्स का भी प्रयोग कर सकते हैं। उबुन्टू चलाकर देखिए: http://ubuntu.com
मेरे पास कुछ ऐसे प्रोग्राम हैं जो केवल एक्सपी में ही चलते हैं विंडोज ७ में नही चलते। उन्हे मैं कैसे चलाऊं?
आप वर्चुअल मशीन में विंडोज एक्सपी डाल सकते हैं और फिर उसमें वे प्रोग्राम आसानी से चला सकते हैं। वर्चुअल मशीन के लिए आप एक्सपी मोड या फिर वर्चुअल बॉक्स का प्रयोग कर सकते हैं।
विंडोज एक्सपी अगला विंडोज ९८ बनने जा रहा है जिसके लिए सारी मदद बंद हो चुकी है। अभी एक वर्ष का समय है इसलिए आराम से तैयारी की जा सकती है।
सरकारी विभागों के तो कई सॉफ्टवेयर एक्स-पी के ही लिए बने हैं, उसी पर चलते हैं। इन विभागॊं के कम्प्यूटर भी काश अपडेट हो पाते। नये कम्प्यूटर खरीदे जाते हैं विण्डोज ७ सक्षम, फिर उनमें जबर्दस्ती एक्स-पी डाला जाता है।