जनवरी (जैनुअरिस): यह माह रोम के दरवाजों के देवता जेनस को समर्पित है। जेनस के दो सिर होते हैं एक आगे और एक पीछे जो कि क्रमश: आगे वाले और जाने वाले वर्ष की ओर देखते रहते हैं।
फरवरी (फैब्रुअरिस): इस माह का नाम रोम के एक शुद्धिकरण त्योहार फेब्रुआ के नाम पर पड़ा है जो कि इस माह हुआ करता था।
मार्च (मार्टियस) : इस माह का नाम रोम के युद्ध के देवता मार्स के नाम पर पड़ा है।
अप्रैल(एप्रिलिस): इस शब्द की उत्पत्ति लैटिन के अपिरिरे नाम के शब्द से हुई है जिसका अर्थ खुलना होता है। और इस माह पौधे खुलना आरंभ करते हैं।
मई (मायुस) यह नाम संभवत: रोम की विकास और समृद्धि की देवी माइया के नाम पर रखा गया है।
जून (जूनियस): यह नाम संभवत: या तो रोम के पारिवारिक नाम जूनियस के आधार पर रखा गया है या फिर जूनो देवी के नाम पर रखा गया है।
जुलाई (जूलियस) : इस महीने का यह नाम जूलियस सीजर के सम्मान में मार्क एंटनी द्वारा ४४ ई.पू. में रखा गया था। इसके पहले जुलाई का नाम क्विंटलिस था जो कि क्विंटस शब्द से पैदा हुआ था जिसका अर्थ पांच होता है। जुलाई रोमन कैलेंडर में पांचवां महीना हुआ करता था।
अगस्त (अगस्टस) इस महीने का नाम अगस्टस राजा के सम्मान में ८ ई.पू. में रखा गया था।
सितम्बर: इसके नाम की उत्पत्ति सेप्टेम शब्द से हुई है जिसका अर्थ सात होता है। और यह माह रोमन कैलेंडर में सातवां हुआ करता था।
अक्टूबर: इसके नाम की उत्पत्ति ऑक्टो शब्द से हुई है जिसका अर्थ आठ होता है। और यह माह रोमन कैलेंडर में आठवां हुआ करता था।
नवम्बर: इसके नाम की उत्पत्ति नोवेम शब्द से हुई है जिसका अर्थ नौ होता है। और यह माह रोमन कैलेंडर में नवमां हुआ करता था।
दिसम्बर: इसके नाम की उत्पत्ति डेकेम शब्द से हुई है जिसका अर्थ दस होता है। और यह माह रोमन कैलेंडर में दसवां हुआ करता था।
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