रूस अपना राष्ट्रीय ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने की दिशा में

Ankur Gupta
Ankur Guptahttps://antarjaal.in
पेशे से वेब डेवेलपर, पिछले १० से अधिक वर्षों का वेबसाइटें और वेब एप्लिकेशनों के निर्माण का अनुभव। वर्तमान में ईपेपर सीएमएस क्लाउड (सॉफ्टवेयर एज सर्विस आधारित उत्पाद) का विकास और संचालन कर रहे हैं। कम्प्यूटर और तकनीक के विषय में खास रुचि। लम्बे समय तक ब्लॉगर प्लेटफॉर्म पर लिखते रहे. फिर अपना खुद का पोर्टल आरम्भ किया जो की अन्तर्जाल डॉट इन के रूप में आपके सामने है.

अमरीकी तकनीक पर निर्भरता को कम करने के उद्देश्य से रूस नें लिनक्स आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम के विकास करने वाला है। इस परियोजना करीब (150 मिलियन रूबल अर्थात 21,93,60,078 => करीब बाईस करोड़ रुपए) का खर्च आने का अनुमान है। अभी यह तो साफ नही है कि रूस पूरे ऑपरेटिंग सिस्टम को नीचे से ऊपर तक बनाएगा अथवा उबुन्टू जैसे किसी लोकप्रिय वितरण में ही जरूरी परिवर्तन करके इस्तेमाल करेगा।

रूस विंडोज़ का विकल्प बनाना चाहता है। इसका सबसे बड़ा कारण सुरक्षा है। विंडोज़ आपकी जानकारी के बगैर आपके कम्प्यूटर की जानकारी भेज सकता है जबकि लिनक्स में हम उसका स्रोत कोड देख सकते हैं और लिनक्स ऐसा नही करता है।

समाचार साभार : http://www.google.com/hostednews/afp/article/ALeqM5ghjg_tT6QzNQjXXT5HCKrIvCUMKQ?docId=CNG.649f81a02bcbfc0e7603d630f2ab1828.511

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