मित्रों अभी हाल ही में मुझे एक वालपेपर पोर्टल विकसित करने का काम मिला। पूरी परियोजना काफी बड़ी थी। और जटिलता को देखते हुए मैं इसके सर्वर साइड वाले हिस्से यानि कि पीएचपी वाले हिस्से पर अधिक ध्यान देना चाहता था। अत: मुझे कोई ऐसा औजार चाहिए था जिससे इसके य़ूआई को बनाने में समय कम लगे और जो डिजाइन बने वह “क्रास ब्राउजर” हो यानि कि सभी ब्राउजरों में सही ढंग से दिखे। जब खोजबीन की तो मुझे ऐसी दो लाइब्रेरियों का पता लगा एक थी ट्विटर बूटस्ट्रैप और दूसरी थी एचटीएमएल किकस्टार्ट। पहली नजर में तो मुझे दोनो ही अच्छी लग रही थी। लेकिन परेशानी ये थी कि किसे चुनूं? कहीं ऐसा न हो कि बीच में काम अटक जाए। फिर मैंने फैसला किया कि एडमिन पैनल को मैं एचटीएमएल किकस्टार्ट में बनाउंगा। सार्वजनिक हिस्से के विषय में बाद में सोचेंगे।
बनाते बनाते महसूस हुआ कि किक स्टार्ट में कई छोटी छोटी गड़बड़ियां हैं जिसकी वजह से की चीजें वैसी काम नही कर रही जैसा उन्हे करना चाहिए। खास तौर पर एजेक्स से प्राप्त डेटा के द्वारा स्वचालित रूप से यूआई पैदा करने में यह ठीक आइकान वगैरह नही बना पाता था। तभी मुझे किक स्टार्ट के प्रोग्रामर का ईमेल प्राप्त हुआ जिसमें उसने लिखा था कि किक स्टार्ट प्रोजेक्ट एक वर्ष से लगभग रुका हुआ है क्योंकि वह अन्य कार्यों में व्यस्त था। इल्लो! अब समझ में आया कि इतनी गड़बड़ क्यों है। खैर मैंने किकस्टार्ट की उन गड़बड़ियों को खुद ही ठीक किया और एक बढ़िया सा एडमिन पैनल विकसित कर दिया।
अब बारी थी वेबसाइट के बाहरी हिस्से को बनाने की। “किक स्टार्ट” की एक “किक” तो पड़ चुकी थी और ग्राहक को वेबसाइट काले गहरे रंग में चाहिए थी। जबकि किकस्टार्ट सफेद और हल्के रंग के डिजाइन में अधिक जमता था। जब मैंने ट्विटर बूट्स्ट्रैप की ओर देखा तो पता लगा कि यह भी सफेद रंग में पला बढ़ा है। फिर भी मैंने सोचा कि चलो आजमाकर देखते हैं फिर बाद में सीएसएस फाइल में बदलाव करके रंग बदल लेंगे। कम से कम किक स्टार्ट जैसे “बगों” का सामना तो नही करना पड़ेगा।
काम शुरू किया। सच बताऊं बूटस्ट्रैप मुझे किकस्टार्ट की तुलना में कम से कम लाख गुना बेहतर लगा। यह सक्रिय परियोजना है इसलिए बग फिक्स होते रहते हैं और विकास कार्य अबाध गति से जारी रहता है। इसी दौरान जब मैंने नेट पर ट्विटर बूटस्ट्रैप की थीम खोजना शुरू की तो मुझे एक “डार्कस्ट्रैप” नाम की थीम मिली। इससे साईट एक ही बार में काले गहरे रंग में हो गई। और कुछ छोटे परिवर्तन के बाद सब अच्छे से हो गया।
निष्कर्ष यह है कि ट्विटर बूटस्ट्रैप, एचटीएमएल किकस्टार्ट से कई गुना बेहतर है। और दिखने में सुंदर भी।
खैर इन दोनो लाइब्रेरियों की बदौलत मैं अपने पीएचपी कोड में अधिक अच्छे से ध्यान दे पाया और एक अच्छा एप्लिकेशन विकसित कर पाया। वर्ना सीएसएस में ही उलझा रहता। इतने पर भी मेहनत इतनी हो गई है कि अब गर्दन में दर्द शुरू हो गया। हलांकि अभी हाल के कुछ महीनों में एचटीएमएल किकस्टार्ट के लेखक नें इसमें काफी सुधार और बदलाव किए हैं। अत: एक बार आजमानें में कोई हर्ज नही। फिर भी बूटस्ट्रैप तो जिंदाबाद ही है।