१. बीमार कम्प्यूटर का इलाज करने के लिए: वायरसों वगैरह की वजह से कभी कभार हमारा कम्प्यूटर चालू होने से इंकार कर देता है। या फिर वायरस हमें कुछ संक्रमित फाइलों को मिटाने से रोक देता है। ऐसे में लाइव सीडियां काम की होती हैं। लिनक्स पर विंडोज के वायरसों का असर नही पड़ता है। और आप इसके जरिए कम्प्यूटर बूट करके अपने हार्डडिस्क के डाटा का बैक अप ले सकते हैं। या फिर विंडोज़ के माध्यम से न मिट सकने वाली संक्रमित फाइलों को मिटा सकते हैं।
२. बैंकिंग आदि के लिए: विंडोज़ में सुरक्षा खामियों को देखते हुए कई बार सुरक्षा विशेषज्ञ लोगों को बैंक से जुड़े कार्य करने के लिए विंडोज़ उपयोग न करने की सलाह देते हैं। ऐसी स्थिति में भी लिनक्स की लाइव सीडी आपके काम आ सकती है। अब आप कहेंगे कि इस काम के लिए लाइव सीडी क्यों उपयोग की जाए सीधे लिनक्स स्थापित ही क्यों न कर लिया जाए? तो मित्रवर, बिल्कुल आप ऐसा कर सकते हैं। ऐसे कार्यों में लाइव सीडी उस परिस्थिति में उपयोगी है जब आप दूसरे कम्प्यूटर (जैसे साइबर कैफे में) में हों।
३. हार्डवेयर की जांच करने के लिए: कोई लिनक्स वितरण आपके हार्डवेयर पर चलेगा या नही इसकी जांच करने के लिए उस वितरण की लाइव सीडी चलाकर इसकी जांच की जा सकती है।
४. लिनक्स सीखने के लिए: आप नए हैं और कम्प्यूटर में पार्टीशन बनाकर लिनक्स स्थापित करने के झंझट में पड़े बिना लिनक्स आजमाकर देखना चाहते हैं तब भी लाइव सीडी आपके काम की हो सकती है।