जीएडिट के नुस्खे

Ankur Gupta
Ankur Guptahttps://antarjaal.in
पेशे से वेब डेवेलपर, पिछले १० से अधिक वर्षों का वेबसाइटें और वेब एप्लिकेशनों के निर्माण का अनुभव। वर्तमान में ईपेपर सीएमएस क्लाउड (सॉफ्टवेयर एज सर्विस आधारित उत्पाद) का विकास और संचालन कर रहे हैं। कम्प्यूटर और तकनीक के विषय में खास रुचि। लम्बे समय तक ब्लॉगर प्लेटफॉर्म पर लिखते रहे. फिर अपना खुद का पोर्टल आरम्भ किया जो की अन्तर्जाल डॉट इन के रूप में आपके सामने है.

जी एडिट को तो आप जानते ही हैं| यह लिनक्स आधारित पाठ्य संपादक है| इसे आप लिनक्स का नोट पैड मान सकते हैं| लेकिन यह विन्डोज़ के नोट पैड से कई गुना बेहतर है| इसकी खूबियां कुछ इस प्रकार हैं:

१. विभिन्न प्रोग्रामिंग भाषाओं के स्रोत कोड को सम्पादित करने की सुविधा| इसमे मार्कअप भाषाएँ भी शामिल हैं|
२. प्रोग्रामिंग भाषाओं के शब्दों को विभिन्न रंगों से रंगकर बेहतर ढंग से समझने योग्य बनाना|
३. टैबों के द्वारा एक से अधिक फाइलों को एक साथ खोले रखने की सुविधा|
४. एक प्लग इन तंत्र ताकि और भी अधिक सुविधाएँ जोड़ी जा सकें|

आइये अब जी एडिट में कुछ और भी चीज़ों को करने के विषय में जानते है:

१. पंक्ति संख्या प्रदर्शित करना

जी एडिट वरीयता या प्रिफरेंस के डायलाग बॉक्स को संपादन > वरीयता में जाकर खोलें
अब पहली ही टैब “देखें” में लाइन नम्बर्स के नीचे में “पंक्ति संख्या प्रदर्शित करें के डायलाग बॉक्स को सक्षम कर दें| “बंद करें” बटन पर क्लिक करके बहार आ जाएँ| पंक्ति संख्या दिखने लगेंगी|

जीएडिट के नुस्खे 1

२. मिलान कोष्ठकों को आलोकित करना

प्रोग्रामिंग भाषाओं में कोष्ठकों का बहुत महत्व है| खासकर { } यानी मझले कोष्ठक का| यदि हम चाहते हैं की कोष्ठक के एक हिस्से को कर्सर द्वारा छूने पर दूसरा हिस्सा चमकना चाहिए तो हमें उसी वरीयता के डायलाग बॉक्स में “देखें” टैब के अंतर्गत “मिलन कोष्ठक आलोकित करें” विकल्प को सक्षम करना होगा|

३. फाइलों को स्वचालित रूप से सहेजना

वरीयता डायलाग बाक्स की तीसरी टैब “सम्पादक” की होती है| इसमें “फाइल स्वत: सहेजें प्रत्येक. . . . . मिनट में समय देकर सक्षम कर देने से आपकी खुली फाइल उतने समय बाद अपने आप ही सहेज ली जाएगी|
जीएडिट के नुस्खे 2

४. रंगों को बदलना

इसी डायलाग बॉक्स में तीसरी टैब होती है “फॉण्ट और रंग” की| इस टैब से आप संपादक का रंग और फॉण्ट परिवर्तित कर सकते हैं|

जीएडिट के नुस्खे 3

५. प्लगिनो के जरिये अधिक सुविधाएँ जोड़ना:

वरीयता के डायलाग बॉक्स की आख़िरी टैब होती है प्लागिनो की| इस टैब से हम संपादक में कुछ अतिरिक्त सुविधाएँ जैसे “वर्तनी जांचक” इत्यादि जोड़ सकते हैं|
जीएडिट के नुस्खे 4

६. तारीख और समय जोड़ना

यदि आप अपनी फाइल में तारीख अथवा समय लिखना चाहते हैं तो जी एडिट आपको विभिन्न संरूपों में तारीख और समय लिखने की सुविधा प्रदान करता है| इसके लिए “संपादन” मेन्यू में जाकर “तिथि समय प्रविष्ट करें” विकल्प में क्लिक करना होगा|

आपके सामने यह डायलाग बॉक्स आ जाएगा जिसके जरिये आप विभिन्न संरूपों में से कोई एक चुनकर तारीख और समय जोड़ सकते हैं|

जीएडिट के नुस्खे 5

[ध्यान रहे यह विकल्प “तिथि समय प्रविष्ट करें” प्लग इन के सक्षम होने पर ही कार्य करता है]

७. प्रोग्रामिंग भाषा का समर्थन सक्षम करना

जी एडिट के स्टेटस बार में जहां “सादा पाठ” लिखा होता है वहां पर क्लिक करने से ढेर सारी प्रोग्रामिंग भाषाओं की सूची दिखाई देने लगती है| इनमें से किसी में‌ क्लिक करने से उस भाषा का समर्थन प्रभावी हो जाता है और सम्बन्धित भाषा के अनुसार कोड रंगो से आलोकित होने लगता है|

जीएडिट के नुस्खे 6

८. कुछ अतिरिक्त प्लगइन स्थापित करना

आप केवल एक आदेश से कई अतिरिक्त प्लगइनों को स्थापित कर सकते हैं:
sudo apt-get install gedit-plugins

इन प्लग इनों में‌ से कुछ इस प्रकार हैं:

  • Bracket Completion: जब आप किसी कोष्ठक को जोडें तो स्वत: ही किसी कोष्ठक को बंद करना|
  • Charmap:कैरेक्टर मैप से किसी कैरेक्टर को चुनना
  • Code Comment: कोड के किसी हिस्से को टिप्पणी में परिवर्तित करना
  • Color picker: रंग चुनने का डायलाग बाक्स
  • Join lines/ Split lines: Ctrl+J तथा Ctrl+Shift+J की सहायता से पंक्तियों को जोड़ना तोड़ना|
  • Session Saver: सत्रों को पुस्तक चिऩ्हित करना, ताकि उऩ्हे बाद में शुरू किया जा सके|
  • Show tabbar:जीएडिट टैब बार को छिपाना दिखाना
  • Terminal: निचले फलक में टर्मिनल

अनलिमिटेड वेब होस्टिंग की सच्चाई

आपने अक्सर देखा होगा कि कई वेब होस्टिंग कंपनियां अनलिमिटेड शेयर्ड होस्टिंग बेचती हैं। क्या अनलिमिटेड का अर्थ वाकई...

More Articles Like This